इंद्र देवता के पुत्र जयंत ने ली भगवान श्री राम की परीक्षा
इंद्र देवता के पुत्र जयंत ने ली भगवान श्री राम की परीक्षा जब भगवान श्री राम बनवास काट रहे थे और पंचवटी में कुटिया बनाकर रह रहे थे एक दिन भगवान श्री राम सीता माता का पुष्पों से श्रृंगार कर रहे थे तो सारे देवता उस मनोहर दृश्य का आनंद उठा रहे थे और सभी मिलकर भगवान श्री राम की जय जयकार लगा रहे थे तभी वहां पर इंद्र का पुत्र जयंत आया और मन में सोचने लगा कि यह सारे देवता किसकी जय जयकार लगा रहे हैं तब उसने धरती की तरफ देखा यह सारे देवता एक साधारण बनवासी की जय जयकार कर रहे हैं | जयंत बहुत अहंकारी था इसी अहंकार के कारण वह नहीं जानता था कि भगवान श्री राम कौन है वे सभी देवताओं को बताना चाहता कि वह कोई अवतारी पुरुष नहीं है एक साधारण व्यक्ति हैं| इस बात को सिद्ध करने के लिए जयंत भगवान श्री राम की परिक्षा लेने के लिए एक कौआ का रूप रख कर वह जाता है जहा श्री राम और माता सीता है और माता सीता के पैरों में चोंच से चोट मार देता है और वहा से तुरंत चला जाता है किंतु माता सीता ने श्री राम जी से नहीं कहा क्योंकि माता सीता जगत जननी है और वह सब जानती थी किंतु माता सीता के पैरों से खून नि...